एकरारनामा
विक्रेता का नामा:-
नामा : ____________________________________ उम्र _________, लिंक ___________ ( पिता / माता / पति / पत्नी/ पुत्र / पुत्री/ पुत्रवधू का नामा_________________________________) पता:_______________________________ जो की आगे पक्षकार क्रमांक १ / विक्रेता कहा गया है!
क्रेता का नामा :
नामा : ____________________________________ उम्र _________, लिंक ___________ ( पिता / माता / पति / पत्नी/ पुत्र / पुत्री/ पुत्रवधू का नामा_________________________________)
पता : _______________________________जो की आगे पक्षकार क्रमांक २ / विक्रेता कहा गया है!
बिक्री राशी रु: _________________, (अक्षरी: ______________________________________) प्रति एकड़ की दर/ चुकता में किया है!
सम्पप्ती क पूर्ण विवरण:
खसरा नं. ____________________, रकबा ______________________ एकड_______________ मौजा ग्राम ____________________ तहसील ___________________ जिला _______________ राज्य _________________ उत्तर_____________ दक्षिण_____________ पूर्व______________ और पश्चिम_______________ .
उपरोक्त पक्षकार गणों के मध्य आज दिनाक को निम्नालिखिता इकरार नामा निष्पादित किया गया!
१). यह कि पक्षकार क्रं. १ / विक्रेता के स्वामित्व एवं अधिकार में उक्त जमीन है!
६). यह की उपरोकता जमीन पर आज दिनांक _________________ तक किसी भी प्रकार कोई शासकीय / अशासकीय / अर्धशासकीय / नगर निगम / पंचायत / निकाय / व्यक्ति / समूह / फर्म / संस्था / बैंक / महाजन आदि की देन दरी भी बाकी नहीं है! और न ही उपरोक्त वर्णित किसी को भी ऊजर दावा या आपत्ति नहीं होगी ! ना कोई उक्त वर्णित जमीन पर किसी भी प्रकार का कोई न्यायालीन प्रकरण लंबित है ! भविष्य में उक्त जमीन पर किसी प्रकार कोई देन दारी आज दिनांक ___________________ के पूर्व निकलती है तो उसकी सम्पूर्ण जिमेदारी और भरपाई पक्षकार क्रं १ पर होगी!
७). यह की पक्षकार क्रं १ उपरोकत जमीन पक्षकार क्रं २ को वेचने पर पक्षकार १ की परिवार व वरिसानो को किसी भी प्रकार की उजर दावा या आपत्ति नहीं होगी और न ही भविष्य में भी होगी और भविष्य में यदि होगी भी तो अमान्य माना जायेगा !
८). यह की भविष्य में उपरोकत जमीन की रजिस्ट्री पक्षकार क्रं २ के पक्ष में होने के पूर्ण यदि दोनों पक्षकार में किसी पक्षकार या दोनों की आकस्मिक मुत्यु हो जातो है तो यह इकरार नामा उनके वारिसनो पर भी उसी प्रकार लागु होगा जैसा की वर्तमान में दोनों पक्षकार पर लागु है.
९). यह की पक्षकार क्रं २ तय दिनांक तक बिक्री राशी ना देने पर यह इकरारनामा अमान्य होगा और पक्षकार क्रं १, बयाना राशी का २% काटकर बाकी राशी एवं बादमे दिया गया अन्य राशी १५ दिनके अन्दर पक्षकार क्रं २ को लोटायेगा और किसी भी करणवंश पक्षकार क्रं १ रजिस्ट्री करने में असहमत हो तो, पक्षकार क्रं २ को बयाना राशी एवं बादमे दिया गया अन्य राशी के साथ २०% प्रति माह के इसाब से ३० दिन के अन्दर लोटायेगा, या दोनों पक्षकार आपसमे ग्वाहोके साथ बैठकर इकरारनामा की तारिक बड़ाई जा सकती है.
अत:यह इकरारनामा आज दिनांक ____________________ पुरे होश , हवास के साथ, बिना किसी दबाव, लिखकर, पड़कर, समझकर और नीचे लिखे गवाहों के समक्ष लिखा गया है और हस्ताक्षर किया गया है! सनद रहे वक्त समय पर कम आवे!
गवाह एवंम अंगूठे के निशान हस्ताक्षर एवंम अगुठे का निशान
१) नाम श्रीमती / श्री : __________________________
पत्नी / पति पक्षकार क्रं १ ( विक्रेता )
२) नाम श्रीमती / श्री : ___________________________
पुत्र / पुत्री पक्षकार क्रं २ ( क्रेता )
३) नाम श्रीमती / श्री : __________________________
पत्नी / पति
४) नाम श्रीमती / श्री : __________________________
पुत्र / पुत्री
५) नाम श्रीमती / श्री : _________________________
पत्नी / पति
६) नाम श्रीमती / श्री : _________________________
पुत्र / पुत्री
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